
“पब्लिक टॉकीज”संवाददाता
कोण्डागांव। जिला श्रम विभाग में गुमास्ता लाइसेंस पंजीयन के बदले रिश्वत मांगने के मामले में जिला प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए दो संविदा कर्मचारियों को जहां तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है, वहीं श्रम उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा जिला श्रम अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, श्रम विभाग के संविदा कर्मचारी सिंधु नाथ मंडल और उमा शंकर साहू पर आरोप था कि वे गुमास्ता पंजीयन कराने आए आवेदकों से 5 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे थे। इस मामले की शिकायत सीधे जिला कलेक्टर कोण्डागांव को प्राप्त हुई, जिसके बाद तत्काल जांच के निर्देश दिए गए।
कोण्डागांव के अपर कलेक्टर चित्रकांत चाली ठाकुर ने बताया कि जांच के दौरान दोनों संविदा लिपिकों के विरुद्ध लगे आरोपों को सत्य पाया गया। इसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया। साथ ही, श्रम उप निरीक्षक को निलंबित कर उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है।
जिला श्रम अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जिसमें उनसे तीन दिवस के भीतर जवाब मांगा गया है।