
“पब्लिक टॉकीज” संवाददाता
नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ क्षेत्र में आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) ने नक्सल उन्मूलन मिशन ‘कगार-2026’ के तहत अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। 41वीं वाहिनी, आईटीबीपी, कोंडागांव ने अबूझमाड़ के पदमकोट में नया कैंप स्थापित किया है, जो रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
डी.आई.जी. राणा युद्धवीर सिंह सभी अभियानों को फ्रंट से लीड कर रहे हैं। आईटीबीपी के बढ़ते कदमों से स्थानीय लोग खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पदमकोट कैंप में चिकित्सा और अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी।
राणा युद्धवीर सिंह ने सेनानी नरेंद्र सिंह और उनकी 41वीं वाहिनी की टीम को कम समय में सी.ओ.बी. पदमकोट खोलने के लिए बधाई दी। उन्होंने सेंट्रल फ्रंटियर आई.जी. ओ.पी. यादव के मार्गदर्शन की सराहना की और बस्तर रेंज आई.जी. सुंदरराज पी., डी.आई.जी. अमित कामले, एस.पी. प्रभात कुमार, डी.आर.जी. और छत्तीसगढ़ पुलिस का आभार जताया। इस अवसर पर 53वीं वाहिनी के सेनानी अमित भाटी और 45वीं वाहिनी के सेनानी राजीव गुप्ता भी मौजूद रहे।
आईटीबीपी की इस कार्रवाई से अबूझमाड़ में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगेगी और क्षेत्र में शांति व विकास को बढ़ावा मिलेगा।